जीसस को त्याग और बलिदान की प्रतिमा माना जाता है। उनके इसी चरित्र को उनकी मूर्ति में दिखाने की कोशिश की है डेविड माक ने।
डेविड लंदन के रॉयल एकेडमी स्कूल में मूर्तिकला के प्रोफेसर हैं। इस अद्भुत मूर्ति को बनाने में 3,000 कोट हैंगर्स का इस्तेमाल किया गया है।
2011 में किंग जेम्स बाइबल की 400वीं सालगिरह के अवसर पर शुरू किए गए प्रोजेक्ट के तहत माक ने जीसस क्राइस्ट की ये मूर्ति बनाई है।
डेविड लंदन के रॉयल एकेडमी स्कूल में मूर्तिकला के प्रोफेसर हैं। इस अद्भुत मूर्ति को बनाने में 3,000 कोट हैंगर्स का इस्तेमाल किया गया है।
2011 में किंग जेम्स बाइबल की 400वीं सालगिरह के अवसर पर शुरू किए गए प्रोजेक्ट के तहत माक ने जीसस क्राइस्ट की ये मूर्ति बनाई है।
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